Dastaan Ye Dil Ki

Wednesday, February 3, 2016

कहाँ ढूंढ़ रहा है तू मुझे???

तुझसे मेरे दिल की हर धड़कन
बातें हज़ार किया करती है
भुला के ये सुबहो-शाम
तेरे साथ दिन-रात जिया करती है

हाथों में तेरा हाथ लिए
तेरे ही ख़्वाब बुना करती है
बज उठते हैं दिल के तार-तार
जब धुन तेरे प्रीत की बजा करती है

तू गीत है मेरा साजन
और मैं ही तेरी साज़ हूँ
तू गा के तो देख ज़रा
मैं ही तेरी आवाज़ हूँ

महसूस तो कर के देख मुझे
मैं तेरी हर धड़कन तेरी हर साँस हूँ
कहाँ ढूंढ़ रहा है तू मुझे
मैं तो तेरे ही पास हूँ...

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