तुझ संग जुड़ी है कुछ ऐसे इन साँसों की धारा
ना तोड़े से टूटेगी ना छोड़े से छूटेगी..
चाहे मिले मझधार मुझे या मिल जाए किनारा
ना ख्वाबों से हटेगी ना यादों से मिटेगी..
बह जाने दे चाहे जिस ओर बहती चली जाए
ये प्रेम की धारा..
मैं तेरी मीरा... तू मेरा मोहना प्यारा...
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