Dastaan Ye Dil Ki

Friday, September 4, 2015

एक नया अफ़साना बना दें...

तेरी धड़कनों में अपना नाम
सुन के चहकने लगी हूँ
तेरी साँसों में अपनी खुशबु
महसूस करके बहकने लगी हूँ

तेरे छुअन के एहसास से
मेरे अंग अंग में सिहरन सी उठी है
दिल में हर लम्हा अब तो
तेरे साथ की अगन सी उठी है

भुला के सारी दुनिया को
चल एक नया आशियाना बना लें
आ हम अपनी मुहौब्बत का
एक नया अफ़साना बना दें




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