Dastaan Ye Dil Ki

Saturday, September 5, 2015

हाँ इश्क़ है ये...

नींद आती नहीं
चैन आता नहीं
बिन देखे तुझे
ये दिल करार पाता नहीं
रात होती नहीं
सुबह का पता नहीं
हाँ इश्क़ है ये
किसी की ख़ता नहीं
बिना दर्द दिए
इस ज़ालिम को मज़ा आता नहीं
जो लग जाए ये रोग
तो फिर कभी जाता नहीं
जान जाए तो जाए
नशा इसका कोई उतार पाता नहीं
हाँ इश्क़ है ये
इसके जैसा कोई दूसरा नशा नहीं...

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