Dastaan Ye Dil Ki

Tuesday, September 1, 2015

आ करीब मेरे...

आ करीब मेरे कि हर साँस
बस अब तुझे बुला रही है
धड़कनें भी मेरी अब तो
बस तेरा नाम पुकार रही हैं

आँखों की नमी और होठों की हँसी
बस तेरे दीदार को तरस रही है
हर लम्हा चुभती ये जुदाई
बस अब तेरे एहसास को तड़प रही है...

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